Dry Cough Ke Gharelu Upay – Home Remedies for Dry Cough in Hindi

सूखी खांसी और खांसी में फर्क !आयुर्वेदिक घरेलु नुस्के और उपचार
दोस्तों, हम इस आर्टिकल में जानने की कोशिश करेंगे कि
सामान्य खांसी के कारण क्या होते हैं। साथ ही,
सूखी खांसी और सामान्य खांसी में अंतर क्या होता है,
खांसी के सामान्य अचूक घरेलू उपाय क्या हो सकते हैं,
और सूखी खांसी में घरेलू नुस्खे क्या आजमाएं।
इसके अलावा, खांसी होने पर किन चीजों को अवॉइड करें
जिससे आपकी खांसी जल्दी से ठीक हो सके — इस पर भी बात करेंगे।
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घरेलू उपाय |
मेरा अनुभव: खांसी का !
कुछ दिन पहले रात को, मैं कंप्यूटर पर काम कर रहा था। इसी दौरान, मैंने फ्रिज से निकालकर
आधा संतरा खाया। संतरा काफी मीठा लगा, तो मैंने पूरा खा लिया।
लेकिन आधे घंटे के बाद ही मुझे गले में हल्की खराश महसूस होने लगी।
अगले दिन सुबह जब मैं उठा, तो मुझे काफी तेज खांसी हो रही थी। और मेरा गला भी बैठ गया था
सामान्य खांसी के कारण क्या होते हैं?
सामान्य खांसी कोई गंभीर बीमारी नहीं होती, लेकिन इसके पीछे कई आम कारण हो सकते हैं। एक कारण तो मने आपने अनुभव खांसी का बताया खांसी अक्सर शरीर की एक प्राकृतिक सुरक्षा प्रणाली होती है, जो गले या श्वसन तंत्र में मौजूद जलन या संक्रमण से छुटकारा पाने में मदद करती है।
खांसी के पीछे खाने-पीने की चीजों से जुड़े कारण
कई बार हमारी खांसी का कारण हमारी डेली डाइट में छिपा होता है। कुछ खास
खाने-पीने की चीजें गले में जलन, एलर्जी या बलगम बढ़ाकर खांसी को बढ़ा सकती हैं।
नीचे ऐसे ही 8–9 कारण बताए गए हैं: सब से ज्यादा कोमेन है
- रात को खट्टा खाना: जैसे नींबू, संतरा या दही रात में खाने से
एसिड रिफ्लक्स हो सकता है, और रात को हमारा बॉडी टेम्प्रेचर काम होता है दिन की तुलना में जिससे चांस बाड जाते है खासी और गले में जलन के सुबह गाला ख़राब होकर खांसी होती है। - तली-भुनी चीजें: जैसे समोसे, पकोड़े, चिप्स आदि में ट्रांस फैट और
मसाले होते हैं, जो गले में जलन और बलगम बढ़ा सकते हैं। जिसे खशी के चांस बढ़ते है - बहुत ठंडा खाना/पेय: आइसक्रीम या फ्रिज का पानी सीधे पीने से
गले में सूजन और खराश हो सकती है, जिससे सूखी खांसी होती है। धुप में आप चलके आये हो और तुरंत पसीने में थड़ी चीज खा और पि लेना - मीठा ज्यादा खाना: शुगर इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकती है और
इससे बैक्टीरियल ग्रोथ बढ़ती है, जिससे गला खराब हो सकता है। - दूध और डेयरी प्रोडक्ट: कुछ लोगों में दूध या पनीर बलगम
बढ़ा सकते हैं, जिससे खांसी तेज हो सकती है (सभी पर लागू नहीं होता)। - तंबाकू और गुटखा: तंबाकू में निकोटिन और हानिकारक केमिकल होते हैं
जो गले की परत को नुकसान पहुंचाते हैं और क्रॉनिक कफ (लगातार खांसी) का कारण बनते हैं। - अधिक मसालेदार खाना: तेज मिर्च या मसाले गले में इरिटेशन
पैदा कर सकते हैं और एलर्जी जैसी प्रतिक्रिया दे सकते हैं। - बहुत ज्यादा कैफीन या शराब: इनसे डिहाइड्रेशन हो सकता है,
जिससे गले में सूखापन और खांसी बढ़ती है। - बासी या दूषित खाना: जिससे इंफेक्शन हो सकता है और
इम्यून सिस्टम कमजोर होने पर खांसी बढ़ सकती है।
ये कुछ प्रकार्तिक कारण है खासी के जिनपर हमारा कंट्रोल नहीं होता है
- वायरल संक्रमण: सर्दी, जुकाम या फ्लू के कारण खांसी होना आम बात है।
- एलर्जी: धूल, परागकण (pollen), पालतू जानवरों के बाल आदि से एलर्जी होने पर खांसी हो सकती है।
- वातावरणीय कारण: ठंडी हवा, प्रदूषण या धुएं के संपर्क में आने से खांसी हो सकती है।
- एसिडिटी (Acid Reflux): गैस्ट्रिक रिफ्लक्स के कारण एसिड गले तक आ सकता है, जिससे सूखी खांसी हो सकती है।
- धूम्रपान: लगातार धूम्रपान करने वालों में खांसी आम है, जिसे स्मोकर’स कफ कहते हैं।
- ड्राय एयर (Dry Air): हीटर या AC के कारण वातावरण में नमी की कमी से गले में सूखापन और खांसी हो सकती है।
सूखी खांसी V/S सामान्य खांसी (Dry Cough vs. Productive Cough)
बिंदु | सूखी खांसी (Dry Cough) | सामान्य खांसी (Productive Cough) |
---|---|---|
बलगम | नहीं निकलता | बलगम या कफ के साथ आती है |
गले की स्थिति | गला सूखा और जलन भरा लगता है | गले में भारीपन और कफ की अनुभूति होती है |
आवृत्ति | अक्सर रात को ज्यादा होती है | दिनभर में किसी भी समय हो सकती है |
कारण | एलर्जी, प्रदूषण, सूखी हवा, वायरल संक्रमण | इन्फेक्शन, जुकाम, फेफड़ों में कफ जमा होना |
उपचार | गले को नमी देना, शहद, अदरक, भाप | कफ निकालने वाले सिरप, गर्म पानी, तुलसी |
ध्वनि | खर-खर या सूखी आवाज | कफ से भरी हुई भारी आवाज |
सामान्य खांसी के 18 आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे और परहेज
💡 जब खांसी की शुरुआत हो, तो ये घरेलू उपाय अपनाएं सकते हो :
- शहद और अदरक: 1 चम्मच शहद में कुछ बूंदें अदरक का रस मिलाकर दिन में 2 बार लें।
- तुलसी का काढ़ा: तुलसी, काली मिर्च, अदरक और गुड़ का काढ़ा बनाकर पीएं।
- हल्दी वाला दूध: रात को सोते समय 1 गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीएं।
- मुलेठी चबाएं: मुलेठी गले की खराश और कफ को दूर करती है।
- भाप लें: गर्म पानी में अजवाइन डालकर भाप लेने से बलगम ढीला होता है।
- काली मिर्च और शहद: पिसी हुई काली मिर्च में शहद मिलाकर सेवन करें।
- लौंग भूनकर चूसें: लौंग भूनकर उसमें सेंधा नमक लगाकर चूसें।
- इलायची पाउडर: इलायची पाउडर को शहद के साथ मिलाकर लें।
- अजवाइन का सेवन: अजवाइन को हल्का भूनकर पानी के साथ लें।
- दालचीनी का काढ़ा: दालचीनी और शहद को गर्म पानी में मिलाकर पीएं।
- नींबू और शहद: 1 चम्मच नींबू का रस और 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार लें।
- गुनगुना पानी पीएं: दिनभर गर्म या गुनगुना पानी पीते रहें, ये गले को राहत देता है।
- भुनी हुई हल्दी: हल्दी को तवे पर भूनकर पानी में डालकर सेवन करें।
- नमक वाले गरारे: गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर दिन में 2 बार गरारे करें।
- प्याज का रस: प्याज का रस और शहद मिलाकर लें।
- गिलोय का रस: गिलोय इम्यूनिटी बढ़ाता है और खांसी में राहत देता है।
- त्रिकुट चूर्ण: यह आयुर्वेदिक चूर्ण कफ दूर करने में सहायक है।
- कंठसुधारक वटी: आयुर्वेदिक गोली जो खांसी और गले की खराश में राहत देती है।
🚫 खांसी के दौरान किन चीजों को अवॉइड करें:
- ठंडा पानी या आइसक्रीम फारिग में रखी जाइ चीज
- संतरा, नींबू, अमरूद जैसे खट्टे फल (शुरुआत में) खाना तो दूर देखने के भी परेज करे
- तली-भुनी चीजें जैसे समोसे, पकोड़े
- बहुत ज्यादा मीठा या मिठाई
- कोल्ड ड्रिंक्स और फिजी ड्रिंक्स
- धूल-मिट्टी और प्रदूषण से दूरी बनाए रखें
- रात को देर तक जागना
- धूम्रपान, तंबाकू, गुटखा आदि देखने के भी परेज करे
⚠️ आवश्यक सूचना (Disclaimer)
इस लेख में बताए गए सभी घरेलू उपाय सामान्य खांसी की प्रारंभिक स्थिति के लिए हैं और ये आयुर्वेदिक ज्ञान एवं पारंपरिक अनुभवों पर आधारित हैं। यदि खांसी 3 से 4 दिनों में ठीक न हो, या खांसी के साथ बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द या लगातार कफ आ रहा हो, तो किसी योग्य डॉक्टर से तुरंत सलाह जरूर लें।
स्वास्थ्य आपकी सबसे बड़ी पूंजी है – इलाज में देरी करना गंभीर बीमारी को जन्म दे सकता है। घरेलू उपायों के साथ-साथ मेडिकल सलाह लेना भी जरूरी है।