हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) एक तेजी से बढ़ती आम बीमारी
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी, असंतुलित आहार और तनावपूर्ण जीवनशैली की वजह से कई तरह की बीमारियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। इन्हीं में से एक है मधुमेह (Diabetes) और दूसरी है हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure), जिसे हिंदी में उच्च रक्तचाप कहा जाता है।
उच्च रक्तचाप क्या होता है?
उच्च रक्तचाप एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके शरीर में रक्त का प्रवाह सामान्य से अधिक तेज़ गति से होता है। इस स्थिति में दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है क्योंकि वह रक्त को पूरे शरीर में पंप करता है। यह पंपिंग हमारे जीवन के लिए जरूरी है, लेकिन जब यह असंतुलित हो जाती है, तो शरीर पर गंभीर प्रभाव डालती है।
हृदय और रक्त धमनियों पर असर
हमारे शरीर में हृदय, रक्त धमनियों (arteries) के माध्यम से रक्त को पंप करता है। इस प्रक्रिया के लिए एक निश्चित दबाव की आवश्यकता होती है, लेकिन जब रक्तचाप अधिक हो जाता है, तो यह दबाव बढ़ जाता है। इससे हमारी रक्त धमनियों पर अत्यधिक भार पड़ता है।
यदि यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहे, तो हृदय को नुकसान हो सकता है। यहाँ तक कि हृदय काम करना बंद कर सकता है या फिर किसी रक्त धमनी के फटने का खतरा भी बन सकता है, जो कि जानलेवा हो सकता है।
उच्च रक्तचाप के लक्षण
दोस्तों वैसे तो उत्तर रक्तचाप के कोई खास लक्षण नहीं होते क्योंकि इसे लिए इसको साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है लेकिन फिर भी उच्च रक्तचाप लक्षण अधिकतर उक्त रक्तचाप वाले रोगियों में पाए जाते हैं वह कुछ इस प्रकार हैं
उच्च रक्तचाप के लक्षण |
- नाक से खून निकलना
- अधिक गुस्सा आना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- जल्दी थक जाना मेरा मतलब है कि आप बिना कुछ काम किए हुए ही आपके शरीर को थकावट महसूस हो या फिर कुछ दूर चलने के बाद आप जल्दी थक जाते हो
- अनियमित दिल की धड़कन बढ़ना
- सांस लेने में समस्या
- सीने में दर्द
दोस्तों उच्च रक्तचाप के शुरुआती लक्षण अदृश्य होते हैं आपको इस खतरनाक बीमारी से बचने के लिए समय समय पर अपना रक्तचाप मापना चाहिए यदि आप इसको हल्के में लेते है तो यह दिल के दौरे, स्ट्रोक, दिल की विफलता, अंधेपन जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इससे मृत्यु भी हो सकती है इस बीमारी को नज़रअंदाज़ करना एक गंभीर स्वास्थ्य संकट को नेता दिने के बराबर हो सकता है।
उच्च रक्तचाप से बचने के लिए आपको अपने आहार और जीवन शैली में कुछ बदलाव करने होंगे। साथ ही डॉक्टर से परामर्श जरूर ले बस आप लोगों को थोड़ी सी सावधानी बरतनी है आप हमेशा हंसते रहें तनाव या टेंशन ना पालें
उच्च रक्तचाप के कारण
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उच्च रक्तचाप के कारण |
- मोटापा फास्ट फूड जैसे आहार का अधिक सेवन करना मुख्य भोजन को नहीं करना
- चेन स्मोकर होना मतलब अधिक स्मोकिंग करना
- मदिरापान या ड्रिंकिंग करना
- बढ़ती उम्र के कारण
- अनुवांशिक कारण
- मोटापा भी एक हाई ब्लड प्रेशर का कारण है
- खाने में हद से ज्यादा नमक खाने से
- मानसिक टेंशन और तनाव के कारण
उच्च रक्तचाप से बचने के कुछ उपाये
उच्च रक्तचाप के लिए आहार
उच्च रक्तचाप में नही खाने वाली चीजें
उच्च रक्तचाप में वसायुक्त भोजन कभी नहीं करें क्योंकि वसा के कारण आपके शरीर में कैस्ट्रॉल की मात्रा अत्यधिक बड़ेगी
और यह कैस्ट्रॉल आपके उच्च रक्तचाप को बढ़ा सकता है
मास मछली अंडा का सेवन नहीं करना चाहिए और धूम्रपान और मदिरा पान से बचे क्योंकि धूम्रपान औऱ मदिरापान से हमारी दिल की हार्टबीट बढ़ जाती है और यह आपके रक्तचाप को बढ़ाने में काफी सहायक होता है इसीलिए धूम्रपान और मदिरा पान से बचे अधिक मिर्च मसाले वाला खाना चाय-कॉफी मक्खन चिकनाई युक्त पदार्थ ओर घी आदि का सेवन न के बराबर ही रखे
उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) के आयुर्वेदिक उपाय और घरेलू नुस्खे
उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसे आयुर्वेदिक उपचार और कुछ आसान घरेलू उपायों से नियंत्रित किया जा सकता है। नीचे दिए गए उपाय सदियों से अपनाए जा रहे हैं और यह प्राकृतिक तरीकों से आपके ब्लड प्रेशर को सामान्य करने में मदद करते हैं।
आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय:
1. नमक का सेवन कम करें
उच्च रक्तचाप के रोगी को नमक (सोडियम) की मात्रा बहुत कम लेनी चाहिए। नमक रक्तचाप को और बढ़ाता है, इसलिए कोशिश करें कि खाने में नमक ना के बराबर हो।
2. लहसुन का सेवन करें
लहसुन रक्त को पतला करता है और कैस्ट्रॉल (Cholesterol) को कम करता है। यह रक्त में थक्के जमने से रोकता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
3. आंवला और शहद
एक बड़ा चम्मच आंवले का रस और बराबर मात्रा में शहद मिलाकर रोज सुबह खाली पेट लें। यह मिश्रण ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में बहुत लाभकारी होता है।
4. काली मिर्च वाला गर्म पानी
जब ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ जाए तो एक गिलास मामूली गर्म पानी में एक चम्मच काली मिर्च पाउडर डालें और इसे दो घंटे के अंतराल में धीरे-धीरे पीते रहें। यह एक बेहतरीन इमरजेंसी उपाय है।
5. नींबू पानी का सेवन
एक गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर, इसे आधे-आधे घंटे के अंतर से पीते रहें। यह ब्लड को साफ करता है और दबाव को कम करता है।
6. तुलसी और नीम के पत्ते
रोज सुबह खाली पेट 15 तुलसी के पत्ते और 3 नीम के पत्ते चबाएं। यह उपाय 7 से 15 दिन तक करें, आपको ब्लड प्रेशर में फर्क महसूस होगा।
7. पपीता का सेवन
सुबह के नाश्ते में भरपेट पपीता खाएं और फिर दोपहर का भोजन करें। इस प्रयोग को लगातार 1 महीने करें, यह ब्लड प्रेशर पर शानदार असर डालता है।
8. हरी घास पर नंगे पैर चलना
सुबह-सुबह नंगे पैर हरी घास पर टहलना एक बेहतरीन प्राकृतिक इलाज है। इससे शरीर में ऊर्जा संतुलित होती है और रक्तचाप नियंत्रित होता है।
9. उबला हुआ आलू खाएं
उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए उबला हुआ आलू फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें सोडियम कम और पोटैशियम अधिक होता है, जो रक्तचाप को संतुलित करने में मदद करता है।
10. फल और कच्ची सब्जियों का सेवन
रोज के खाने में ज्यादा से ज्यादा कच्चे फल और सब्जियाँ शामिल करें। साथ ही, खुश रहने की आदत डालें और तनाव से दूर रहें।