पायरिया के घरेलू उपचार | Pyorrhea Home Remedies in Hindi
दोस्तों, सुंदर और स्वस्थ दांत हमारी संपूर्ण सेहत के लिए बेहद जरूरी होते हैं। आपने सही सुना है – “दांत नहीं, तो कुछ नहीं।” कुछ गलत आदतों के कारण हमारे दांत पायरिया जैसी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इससे जुड़ी समस्याएं जैसे – मुंह की दुर्गंध, दांतों में कीड़े लगना, मसूड़ों में सूजन और खून आना – आम हो जाती हैं।
हम प्रतिदिन ब्रश या मंजन तो करते हैं, लेकिन अक्सर जीभ की सफाई को नजरअंदाज कर देते हैं। जिससे मुंह में बैक्टीरिया पनपते हैं और पायरिया जैसी समस्या जन्म लेती है। अगर समय रहते इसका उपचार न किया जाए, तो मसूड़े कमजोर होकर दांत गिरने लगते हैं।
पायरिया के घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खे:
- नीम का प्रयोग: नीम की पत्तियों का रस निकालकर मसूड़ों पर लगाएं। 10-15 मिनट के बाद गुनगुने पानी से कुल्ला करें।
- हल्दी और सरसों का तेल: एक चुटकी हल्दी में 2-3 बूंद सरसों का तेल मिलाकर मसूड़ों पर हल्के हाथ से मालिश करें।
- राई का तेल और नमक: ब्रश के बाद राई के तेल में थोड़ा नमक मिलाकर मसूड़ों पर लगाएं।
- विटामिन C युक्त फल: अमरूद और अन्य खट्टे फल पायरिया में लाभकारी होते हैं।
- नीम की राख का मंजन: नीम की राख, कपूर और कोयले का चूरा मिलाकर पाउडर बनाएं और रात को सोते समय मंजन करें।
- आंवला: रोज एक आंवला चबाएं, यह पायरिया और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
- आम की गुठली: इसकी गिरी का पाउडर बनाकर मंजन करें, मसूड़ों से खून आना बंद हो जाएगा।
अन्य असरदार घरेलू नुस्खे ये पोस्ट देखे
- नमक और अदरक मिलाकर मसूड़ों पर मालिश करें।
- भुनी हुई अजवाइन में सरसों का तेल मिलाकर मसूड़ों पर लगाएं।
- फिटकरी का चूर्ण बनाकर मंजन करें।
- अरंडी का तेल, कपूर और हल्दी मिलाकर दिन में दो बार मसूड़ों की मालिश करें।
पायरिया के कारण
- गुटखा, तंबाकू और धूम्रपान का सेवन
- गरम के बाद तुरंत ठंडा खाना
- खाना खाने के बाद कुल्ला न करना
- अनियमित ब्रश या मंजन
पायरिया से बचाव के उपाय
- जीभ की नियमित सफाई करें
- खट्टे फलों का अधिक सेवन करें
- नीम की दातून का प्रयोग करें
- हर बार खाना खाने के बाद कुल्ला करें
महत्वपूर्ण सुझाव:
यदि इन उपायों से भी राहत न मिले, तो किसी योग्य दंत चिकित्सक (डेंटिस्ट) से परामर्श अवश्य लें। समय पर इलाज न कराने से दांतों को स्थायी नुकसान हो सकता है।
Disclaimer (अस्वीकरण):
इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षणिक एवं सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी बीमारी का इलाज शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक या दंत विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। लेखक इस जानकारी की संपूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देता।